शिक्षामित्रों की दिनेश शर्मा कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक हो » शिक्षामित्रों ने सीएम को संबंधित ज्ञापन सौंपा
बहराइच। शिक्षामित्र प्रदेश सरकार की उपेक्षा के शिकार है। दिनेश शर्मा कॉमेडी की रिपोर्ट को डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी अब तक जारी नहीं किया गया है। सरकार की इस उपेक्षा से त्रस्त शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रांतीय प्रवक्ता शिव श्याम मिश्र के निर्देश पर संगठन के जिला मीडिया प्रभारी दुर्गेश चन्द श्रीवास्तव व जिला प्रवक्ता अनवारूल रहमान खान के नेतृत्व में शुक्रवार को जिले के शिक्षा मित्र कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्रित हुए प्रदर्शन के दौरान जिला मीडिया प्रभारी दुर्गेश चन्द श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय में विगत 19 वर्षों से सेवा देते आ रहे हैं शिक्षामित्रों की स्थिति माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय आने के बाद बहुत ही दयनीय हो गई है।


इतने अल्प मानदेय में परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। भविष्य की चिंता को लेकर मन बहुत ही व्यथित एवं सशंकित रहता है। इसी सदमे से प्रदेश भर में अब तक लगभग 3000 से अधिक शिक्षामित्रों की असामयिक अवसाद के कारण मौत हो चुकी हैं। यह सिलसिला अभी भी जारी है। जिला प्रवक्ता अनवारुल रहमान खान ने सरकार से शिक्षामित्रों को नवजीवन प्रदान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि 25 जुलाई 2018 को माननीय उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा जी की अध्यक्षता में शीर्ष स्तर पर गठित हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट से अवगत कराते हुए लागूSHIKSHAMITRA News: शिक्षामित्रों के मानदेय के लिए प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा पत्रक, प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के लोगों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट प्रशासनिक अधिकारी रामप्साद को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा
चंदौली: प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के लोगों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट प्रशासनिक अधिकारी रामप्साद को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। शिक्षामित्रों ने कहा कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय मे विगत 19 वर्षों से सेवा देते रहे हैं। शिक्षामित्रों की स्थिति न्यायालय स निर्णय आने के बाद बहुत दयनीय हो गई है। अब इतनी अल्प मानदेय में परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। भविष्य की चिंता को लेकर मन बहुत ही व्यथित एवं सशंकित रहता है।
इसी सदमे से प्रदेश भर में अब तक 3000 से अधिक शिक्षामित्र असामायिक व अवसाद के कारण अपने प्राण त्याग चुके हैं। यह सिलसिला अभी तक भी जारी है। अब शिक्षामित्रों को सरकार से उम्मीद है। कहा कि सरकार शिक्षामित्रों के हित का ध्यान रखते हुए सेवाकाल को 62 वर्ष तथा 12 माह करते हुए संवाद जनक वेतनमान प्रदान कर भविष्य सुरक्षित करें। कहां काफी परेशानी हो रही है। सरकार उनकी समस्याओं का समाधान कर सकती है। जिससे उनका कल्याण हो जाएगा। इस दौरान हेमंत मौर्य, रामप्रवेश यादव, राजेश शास्त्री, राजेश कुमार सिंह, रामकरण यादव, बृजेश मौर्य, आलोक गुप्ता, संतोष चौहान बाबूलाल गुप्ता ,बृज बिहारी, जयप्रकाश फैयाज उपस्थित रहे। किया जाए।
हम लोगों को हमारा सम्मान वापस कर दो ।अब और नहीं सहा जाता।
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